पिछले हादसों की लंबी फेहरिस्त लेकिन नही जागा बिजली विभाग
यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी यह हाई वोल्टेज लाइन कई बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन चुकी है। कुछ साल पहले श्री राम जानकी मंदिर के पास कृषि विभाग से सेवानिवृत्त गयाप्रसाद लोधी के बाड़े में बंधे पशुधन की करंट लगने से मौत हो गई थी। इसी तरह मंदिर के बाबा जी झाड़ू लगाते समय इस लाइन की चपेट में आ गए थे। समय पर अस्पताल पहुंचाने से उनकी जान बच सकी थी।
इसके अलावा भाजपा के पूर्व युवा महामंत्री सोनू खटीक के घर काम कर रहे एक श्रमिक और आइसक्रीम फैक्ट्री संचालक विष्णु राठौर के घर भी इसी लाइन की वजह से करंट लगने की घटनाएं हुईं। इन सबके बावजूद बिजली विभाग इन हादसों से सबक नहीं ले पाया है।
रहवासियों का आक्रोश जिम्मेदार नही दे रहे ध्यान
रहवासियों ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली विभाग केवल किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। लोगों का कहना है कि इस हाई वोल्टेज लाइन के कारण न केवल जान-माल को खतरा है, बल्कि यह हर समय एक बड़े संकट की तरह मंडरा रही है।
बिजली विभाग की लापरवाही उजागर प्रशासन की देरी दे रही किसी बड़ी घटना को आमंत्रण
रहवासियों ने प्रशासन से हाई वोल्टेज लाइन को तुरंत शिफ्ट करने और सुरक्षा उपाय लागू करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे। बिजली विभाग की यह लापरवाही न केवल प्रशासनिक विफलता को उजागर करती है, बल्कि लोगों की जान और संपत्ति को भी खतरे में डाल रही है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर कब और कैसे कार्रवाई करता है।